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कृष्ण धत्तरवाल

Abstract

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कृष्ण धत्तरवाल

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कोरोना को हराना है

कोरोना को हराना है

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ये जोश ये जज्बा दुनिया को दिखाना है

हम सब को एकजुट होकर कोरोना को हराना है


ना हथियारों से मरेगा ये ना तलवारों से

ये दैत्य तो मरेगा समझदारी के वारों से

घर पर रहकर इसका नामोनिशान मिटाना है

सब को एकजुट होकर कोरोना को हराना है...।


कोने कोने में छुपा है ये दुश्मन घात लगाकर

दूर रहना सभी से ना मिलो हाथ मिलाकर

अपनी समझदारी से ही इस को दूर भगाना है

सब को एकजुट होकर कोरोना को हराना है..


देश के योद्धाओं ने भी अपनी कमर कस ली है

कोरोना को नष्ट करने की उन्होंने कसम ली है

नमन है इन योद्धाओं को इनका गौरव बढ़ाना है

सब को एकजुट होकर कोरोना को हराना है...


हिंदू हो मुस्लिम हो या हो सिख ईसाई

आपस में मिलकर लड़नी है हमें ये लड़ाई

मानवता के लिए हमने कोरोना को सबक सिखाना है

सब को एकजुट होकर कोरोना को हराना है..


कृष्ण भी घर बैठकर गीत बना रहा है

लाकडाउन का पालन.करके फर्ज निभा रहा है

सजग रहो स्वस्थ रहो बस यही समझाना है

सब को एकजुट होकर कोरोना को हराना है।


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