कोरोना बनाम लेखन का महत्व।
कोरोना बनाम लेखन का महत्व।
कविता: कोरोना बनाम लेखन का महत्व।
जब-तब हम घर पर बैठें,
लिखें कोट्स और कहानी।
ये करोना जैसी महामारी,
आफ़त में है जान हमारी।
दूर हुए न दोस्त-रिश्तेदार,
सबको अपनी जान प्यारी।
भुला दिया है हमने उनको,
जो बेवफ़ा सनम न हमारी।
शुक्रिया है कोरोना महामारी,
दूर-दूर तक छायी हरियाली।
भुला दीजिए ना ये महामारी,
मुक्तछंद काव्य में लय जारी।
अनुप्रास अलंकार ने भी कैसे,
कविताओं में बाज़ी है न मारी।
लेखन का महत्व समझ में आया,
अब तक लिखना बदस्तूर जारी।