साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। एक आस ही तो साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। ...
लेखन का महत्व समझ में आया, अब तक लिखना बदस्तूर जारी। लेखन का महत्व समझ में आया, अब तक लिखना बदस्तूर जारी।
कवि और मै कवि और मै दो जिंदगी के छोर है एक सोचता है एक लिखता है क्या कभी मै सोच सकूँगा की क्या कवि क... कवि और मै कवि और मै दो जिंदगी के छोर है एक सोचता है एक लिखता है क्या कभी मै सोच ...
तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं। तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं।
तेरे इश्क़ का कम्बल ओढा हुआ है, तेरी यादों की सिगड़ी जला के रखी है। तेरे इश्क़ का कम्बल ओढा हुआ है, तेरी यादों की सिगड़ी जला के रखी है।
जब रचना लिखने लगा मैं, जागा तब विश्वास जब जीवन से हो बैठा था, बेहद मैं निराश। जब हौ जब रचना लिखने लगा मैं, जागा तब विश्वास जब जीवन से हो बैठा था, बेहद मैं निराश।...