जब रचना लिखने लगा मैं, जागा तब विश्वास जब जीवन से हो बैठा था, बेहद मैं निराश। जब हौ जब रचना लिखने लगा मैं, जागा तब विश्वास जब जीवन से हो बैठा था, बेहद मैं निराश।...
तुम कहो तो फिर हम जागे मरे हुए जिंदगी में साँस डालें, क्या करें हम तुम बिन जीकर जहां तुम कहो तो फिर हम जागे मरे हुए जिंदगी में साँस डालें, क्या करें हम तुम बिन...