कल्पना
कल्पना
मेरी कल्पना है कुछ कर दिखाने की
मेरी कल्पना है कुछ सिखाने की ।
मेरी कल्पना है दुनिया को बदलने की
मेरी कल्पना है सपनों को सच कर दिखाने की ।
कुछ खुद से करूंगी ,
कुछ दूसरों से सीखूंगी ।
खुशियों तक दस्तक खुद से दूंगी ,
जो न मिले वो तो रब से छीन लूंगी ।
जो गम सताए उन्हें पिंजरे में बंद कर दूंगी ,
कल्पना को अपनी हकीकत का रूप दे दूंगी ।
