"किताबों का सफर"
"किताबों का सफर"
किताबों पर अक्सर वो बातें छिपी होती हैं
पुरानी गज़लों में अक्सर यादें दबी होती हैं
पीले पड़ गए वो किताबी पन्ने भी मुद्दतों से
गुजरे पलो , की वो जिंदगानी लिखी होती है
पढ़ी जाती है हर वो किताब की नज़्में
भाव, विचार , सार्थक तथ्यों से भरी होती हैं
शायराना नज़रों से जब भी पढ़ता हूं इन्हें
हर वो नई किताब भी मुझे पुरानी दिखती है
भाषा-शैली, उत्क्रष्ट शब्दों से लिखी हुई
सौम्य, सुंदर किताबें पुस्तकालय में रखी होती हैं
लाइब्रेरी में मिलजुल बैठते हैं हम और आप
पुस्तक में लिखे हर संदर्भों में बात होती है।
