किस्मत की किताब
किस्मत की किताब
अपनी अपनी किस्मत की किताब
लिखते हैं ख़ुद हम ही
लेते नहीं मगर ज़िम्मेदारी उसकी
थोपते हैं किस्मत पर ही
हाथ धो लेते अपने,दे देते उसे ख़िताब
मैं ही हूं 'किस्मत',तू ही है 'किस्मत'
हम सभी हैं किस्मत का पर्याय
जुदा जुदा है हम सबकी 'किस्मत'
जो हमने लिखा वही किस्मत
जो हमने किया वही हमारी किस्मत
जोड़ दिए कुछ रंग हम सभी की किताबों में
ज़िंदगी ने अपनी ओर से-
कड़ी उनकी जुड़ती रही उन हिसाबों में
विकल्प जो चयन किए
हमारे विवेक ने-पन्ने जुड़े किस्मत की किताबों में
किताब यह हमारी,लेखा-जोखा भी हमारा
मिले न ज़िंदगी में कुछ भी बिना प्रयास
ख़ूबसूरत गर चाहें किताब
ख़ुद पर करें विश्वास , ख़ुद करें प्रयास
चमकाना है अगर अपनी किस्मत का तारा।