किसान आंदोलन प्रोटेस्ट में क्या बा?
किसान आंदोलन प्रोटेस्ट में क्या बा?
प्रोटेस्ट में क्या बा?
क्यूँ है?
प्रोटेस्ट में क्या है?
मोदी का विरोध है,
दो ठो सरकार को गाली है,
समाजवाद का जयकारा है,
एक से बढ़कर एक यहाँ पर नारा है,
पर प्रोटेस्ट में क्या हैं?
क्यूँ हैं?
प्रोटेस्ट में क्या बा?
विरोध करो भई विरोध करो,
सड़कें चक्का जाम करो,
गुंडागर्दी आम करो,
किसानों को बदनाम करो,
पर प्रोटेस्ट में क्या हैं?
क्यूँ हैं?
प्रोटेस्ट में क्या बा?
एमएसपी की किसी को खबर नहीं,
मंडी या दलाल गिरी,
माफ़ियों की घेराबंदी,
कॉर्पोरेट का सत्यानाश करो,
पर प्रोटेस्ट में क्या हैं?
क्यूँ हैं?
प्रोटेस्ट में क्या बा?
किसान के नाम पर हँगामा हो,
बिल की एबीसीडी पता नहीं,
किसान बर्बाद हो जाएंगे,
व्यापारी आबाद हो जाएंगे,
मंडी सब मिट जाएंगी,
एमएसपी खो जाएंगे
वन नेशन, वन कानून का जुमला बा
पर प्रोटेस्ट में क्या हैं?
क्यूँ हैं?
प्रोटेस्ट में क्या बा?
सच सुनने का गर साहस है,
तो जान लो
जमाखोरी की घेराबंदी है,
फसल किसान की और
किसान की अब हर मंडी है,
किसान का फैसला-
किसान की मर्जी – ही अब मंडी है,
एमएसपी से छेड़छाड़ नहीं,
अब और माफियाराज नहीं,
किसानों को बलगराओ मत,
गोदी मीडिया – और बकवास दिखाओ मत
अब बस ! !
पर प्रोटेस्ट में क्या है?
क्यूँ है?
प्रोटेस्ट में क्या बा?
बस यही है प्रोटेस्ट,
कुछ नहीं समझे ना,
प्रोटेस्ट में ई बा !!