कि नहीं था कुछ तो कह देते
कि नहीं था कुछ तो कह देते
कि नहीं था कुछ तो कह देते,
क्यू करवाया इंतज़ार हमें.
कि नहीं था कुछ तो बता देते,
क्यू आसमान दिखा कर, मिलाया राख से हमें।
कि करना था अनदेखा हमें, तो बता देते
क्यू चाँद सा कहकर, सूरज सा जलाया हमें.
की देकर गुलाब, कांटों से वाकिफ़ कराना था तो बता देते,
क्यू दावा का वादा करके, उन्हीं जख्मों को दबाया तुमने।
कि इंद्रधनुष दिखाकर, अन्धकार करना था तो बता देते,
क्यू जिंदगी का सफ़र दिखा कर, एक पल में पराया किया तुमने।
कि नहीं था कुछ तो कह देते...

