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Meera Kannaujiya

Inspirational

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Meera Kannaujiya

Inspirational

कि मेरी आत्मा अनंत काल तक!

कि मेरी आत्मा अनंत काल तक!

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आ के कुछ इस तरह मुझसे मिल जा गले,

कि मुझ में तू मिल सके, तुझमें घुल जाऊँ मैं;

तेरे प्यार की थाह नापते-नापते,ख़ुद आप डूब जाऊँ मैं,

कि मेरी आत्मा अनंत काल तक, तेरी आराधना कर सके;


कल,आज और हमेशा सिर्फ तुझी को चाहूँ मैं,

तेरे प्यार के समन्दर में, डुबकी बार-बार लगाऊँ मैं;

बन के गोताखोर प्यार का मोती ढूँढ़ लाऊँ मैं,

कि मेरी आत्मा अनंत काल तक, तेरी आराधना कर सके;


शरीर,प्राण,आत्मा से ऊँचा तुझे उठाऊँ मैं,

संसार से नाता छुड़ा के, आकाश में उड़े जाऊँ मैं;

साँसों की गर्मी में, बस तेरा नाम गिने जाऊँ मैं,

कि मेरी आत्मा अनंत काल तक, तेरी आराधना कर सके;

तेरे प्रेम से भर के छलक जाऊँ मैं!

कुछ ऐसी आशीष दे मुझे!

कुछ ऐसी आशीष दे मुझे!


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