Monali Gaikwad
Romance
उलझे तेरे खयालों में ऐसे...
उलझते ही गए
सुलझाने के
सारे रास्ते
अपने आप
ही
बंद हो गए....
खयाल...
शिकवा
इश्क़ के दरिया में जो डूबे, पार कहीं न पाओगे! इश्क़ के दरिया में जो डूबे, पार कहीं न पाओगे!
सुनो, तुम लौट आओ ना बहुत सी बात बाकी हैं! सुनो, तुम लौट आओ ना बहुत सी बात बाकी हैं!
बारिश की बूंदें भी खुद ही कह रही है कि अब तू और बेमतलब का इंतजार ना कर! बारिश की बूंदें भी खुद ही कह रही है कि अब तू और बेमतलब का इंतजार ना कर!
हम तो बस आपके एक चाहने वाले हैं खुदा करे सारे जहाँ में सच्चा प्यार हमारा हो। हम तो बस आपके एक चाहने वाले हैं खुदा करे सारे जहाँ में सच्चा प्यार हमारा हो।
उत्साह, उमंग और बिना किसी शर्त के जियोगे मेरे साथ। उत्साह, उमंग और बिना किसी शर्त के जियोगे मेरे साथ।
कभी न छोड़ना मेरा हाथ ए दोस्त....तू देना मेरा साथ I" कभी न छोड़ना मेरा हाथ ए दोस्त....तू देना मेरा साथ I"
मिलने की फरियाद करे तो सुनवाई नहीं होती...... अब बात नहीं होती ........ मिलने की फरियाद करे तो सुनवाई नहीं होती...... अब बात नहीं होती ........
कितने दिन के बाद मिले हो, छलक रहा है मेरा प्यार ! कितने दिन के बाद मिले हो, छलक रहा है मेरा प्यार !
जब मिलने आओ मुझसे,वक़्त ठहरा के आना! जब मिलने आओ मुझसे,वक़्त ठहरा के आना!
है कुदरत का इक ऐसा छोर, जहाँ न जाए जगत का शोर। है कुदरत का इक ऐसा छोर, जहाँ न जाए जगत का शोर।
हर बात में हमारी तू इस कदर है शामिल, जैसे कि तेरे बिन मैं कुछ जानती नहीं हूँ! हर बात में हमारी तू इस कदर है शामिल, जैसे कि तेरे बिन मैं कुछ जानती नहीं हूँ!
जो था मेरा वो हो गया जुदा दिल वो तोड़ गया ऐ मेरे ख़ुदा! जो था मेरा वो हो गया जुदा दिल वो तोड़ गया ऐ मेरे ख़ुदा!
थक सा गया हूं.. थम सा गया हूं पता नहीं जी पाऊंगा या नहीं! थक सा गया हूं.. थम सा गया हूं पता नहीं जी पाऊंगा या नहीं!
छोड़कर जाने से पहले, जरा मुड़ के देख लो उसे शायद कुछ कहना हो तुझे, मायूस ना करना उसे! छोड़कर जाने से पहले, जरा मुड़ के देख लो उसे शायद कुछ कहना हो तुझे, मायूस ना करन...
लुटा के अपना सरमाया तेरे ही किराएदार हो गए तुम मुझे मुहाजिर कहते हो तो जागीरदार कौन है ना तेरी क... लुटा के अपना सरमाया तेरे ही किराएदार हो गए तुम मुझे मुहाजिर कहते हो तो जागीरदार...
कितना अच्छा हुआ हम नजरो से दूर हो गए तन की दूरी बढ़ी और मन से करीब हो गए । कितना अच्छा हुआ हम नजरो से दूर हो गए तन की दूरी बढ़ी और मन से करीब हो गए ।
आज फिर से, कुछ सालों बाद वहाँ से गुजरना हुआ, फिर यादों का यूँ संवरना हुआ। आज फिर से, कुछ सालों बाद वहाँ से गुजरना हुआ, फिर यादों का यूँ संवरना हुआ।
जिस पर लिखा था बहुत प्यार के साथ *तुम्हारा* जिस पर लिखा था बहुत प्यार के साथ *तुम्हारा*
तुम मुझे अपना मानो या ना मानो मैं तुम्हें अपना मान चुकीं हूँ ! तुम मुझे अपना मानो या ना मानो मैं तुम्हें अपना मान चुकीं हूँ !
उन्हें आदत थी हर किसी को चाहने की हमें चाहत थी सिर्फ उन्हीं को पाने की! उन्हें आदत थी हर किसी को चाहने की हमें चाहत थी सिर्फ उन्हीं को पाने की!