ख्व्बाहिशें
ख्व्बाहिशें
चन्द दिनों की है मेहमान जिंदगी बस आराम से गुजार
लीजिए।
कोई होता है परेशान तो मत कीजिए, होता है हैरान तो भी मत कीजिए,
चाहे लाख दे डांट डपट
बस मुस्करा दीजिए, बस मुस्करा दीजिए,
चार दिन की है मेहमान जिंदगी बस आराम से गुजर लीजिए।
न रूठा कीजिए न रूठाया कीजिए,
समय नहीं हो अपनों के पास तो खुद मुलाक़ात कीजिए
चार दिनों की है मेहमान जिंदगी बस मुस्करा दीजिए।
न खान पान में भेदभाव कीजिए नमक कम ज्यादा हो तो भी खा लीजिए, पूछे बीवी कैसा है खाना तो गर्दन हिला दीजिए खुद भी रहो खुश और उसे भी हंसा दीजिए
चार दिनों की है मेहमान जिंदगी बस मुस्करा दीजिए।
बाहर घुमाने के लिए वोले जब भी तो हां कीजिए, पैसे कम भी पड़ें तो इंतजाम कीजिए, जान भी मांगे तो कुर्वान कीजिए,
बस दो दिन की है मेहमान जिंदगी तो मुस्करा दीजिए।
महीने में एक दो गिफ्ट जरूर ला दीजिए, फटी हो अपनी पतलून तो सिलवा लीजिए बस चन्द दिनों की है मेहमान जिंदगी मुस्करा लीजिए।
घर में रहना पड़े सारा दिन
तो नियम अपना लीजिए
सुसराल की करो सिफ्तें
मात पिता को ठुकरा दीजिए
मिलेगा सुंदर वर्ताब सुदर्शन कभी भी अजमा लीजिए
चन्द दिनों की है मेहमान जिंदगी बस मुस्करा लीजिए।
तकनीक का जमाना
तकनीक से काम लीजिए
घर में बिगड़ जाए कुछ माता पिता का नाम लीजिए
कभी न आऐगी विप्पति तुम पर अजमा लीजिए,
चन्द दिनों की मेहमान जिंदगी बस मुस्करा लीजिए।
खुद को समझें दुसरों को भी
समझा दीजिए चार दिन की है मेहमान जिंदगी
बस मुस्करा लिजिए बस मुस्करा लिजिए।