खुशियाँ हैं
खुशियाँ हैं
जीवन के पल खुशियों के रंग है।
कभी उदासी और हंसी के संग है।
आज अश्क और कल मुस्कान तंग है।
हम जाने अनजाने ढुंढे हंसी के उमंग है।
न करो रंज ओ गम कभी कम ज्यादा ढंग है।
मुक्कदर किस्मत की पल पल संग है।
मस्त और व्यस्त हरदम पल है।
हंसते खेलते और चलते बदलते हम संग है।
आओ मिलकर बाँटे खुशियाँ के ढंग है।
