खुद को खुश कैसे रखे
खुद को खुश कैसे रखे
खुद को खुश कैसे रखें
सोचना तुम जरूर
मन की आवाज सुनो
उसका क्या कसूर
खुशियों के रास्ते पर
मिलेंगे नये राहगीर
उनको साथ लेकर
चलता रहेगा ये फकीर
खुशियों की खैरात को
बांटता जाऊंगा
जो मिले उदास उसकी
हंसी लौटाउंगा
बिखेर दो अपनो पे खुशियाँ
पाओगे तुम हजार गुणा
मिलने दो उनको प्यार
जो जीते हैं खुशियों के बिना।