Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

अजय '' बनारसी ''

Abstract Tragedy Inspirational

4.5  

अजय '' बनारसी ''

Abstract Tragedy Inspirational

खोई

खोई

1 min
294


बड़ी मेहनत से

उपजे गन्ने को

चूस कर उसने

उसकी खोई

फेंक दी


ये सोचकर

कि यह कचरा है

उसे क्या पता

रस देने के बाद भी

खोई स्वयं जलकर

किसी के पेट को

भरने के लिये

रोटी बनाने में

मदद कर सकती है


जो भीतर से भरा होता है

उसका कण कण

भी किसी के काम आ सकता है

सीखना होगा 

दूसरे के खेतो में

मेहनत से उपजाये

गन्ने को चूस 

उसकी खोई फेंकने से पहले

उस हर व्यक्ति को जो  सिर्फ


अपने लिये सोचता है

दूसरों के लिए मात्र

दिखावा करता है

जिसके लिए

हर आदमी व्यापार है

इस्तेमाल के बाद 

बंगले झाँकना


जैसे वह फेंक देता है

खोई को ये समझकर

रस इसका पी लिया है मैंने

अब यह मेरे काम का नहीं

ये दुनिया बड़ी है

मेरा व्यापार चलता रहेगा

उसे यह समझना होगा

जो भरा है वही खरा है

बाकी थोथा चना बाजे घना है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract