खिल उठता है ....
खिल उठता है ....
खिल उठता है मेरा मन जब भी तुम मुझे पुकारते हो,
चेहरे पर हँसी आ जाती है लाली सी छा जाती है,
तेरी हर अदा पे प्यार आ जाता है जब भी तुम हमको याद करते हो,
पल भर ना तुम जुदा रह सकते हो,
पल भर ना हम तुझसे दूर रहते है,
खफ़ा खफ़ा भी होते है तब भी करीब आ जाते है,
ये प्यारा सा नाता हमारा बड़ा ही अनमोल है,
ये बन्धन हमारा हर पल हर घड़ी यूँ ही रहे,
एक दूजे के लिए बने है हम कभी जुदा ना हो हम,
तेरी मेरी खुशी है इस बन्धन में ये साथ हमारा यूँ ही रहे,
खिल उठता है मेरा मन जब भी तुम पुकारते हो।
