STORYMIRROR

Sonias Diary

Tragedy

5.0  

Sonias Diary

Tragedy

कहानी दो सिपाहीयों की

कहानी दो सिपाहीयों की

1 min
384


दो सिपाहियों की कहानी

आइए आज सुनते हैं

सोनिया की ज़ुबानी …


एक हिन्दोस्तान …

एक पाकिस्तान …


सिपाही उनका भी …

सिपाही अपना भी …


ज़िंदगी उसकी भी …

ज़िंदगी अपनी भी …


एक अभिनंदन अपना भी …

एक अभिनंदन उनका भी …


जब मारा एक विमान से,

एक विमान को,

दोनो गिरे, दोनोे टूटे,

दोनो बिखरे, दोनों छूटे,


एक ही धरती …

एक ही दहलीज़ …

एक गिरा पराई पर …

एक गिरा सोनिया

अपनी ही माँ,

अपनी धरती पर …


सिपाही की जान बचाना,

काम हो गया एक का,

सिपाही को मार,

नामोनिशन मिटाना,

काम हो गया एक का….


कहानी बनी दोनों की,

ख़ून की धारा बही दोनों की,

एक को दुश्मन ने मारा,

एक को अपनों ने ही,

मौत के घाट उतारा।


क्या कहेंगे आप !

क्या क्या कहेंगे आप !

जो अपना अपनों का नहीं !

वो हमारा ?


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy