कब्र और पैसा
कब्र और पैसा


किसी को न कभी तू याद आएगा
खाली हाथ आया हैं तो खाली जाएगा
पैसे का न यूं गुणगान किजिये
पैसों के लिए यूं न जाने दीजिये।
बड़ी अनमोल हमारी ज़िंदगी
प्रभु की करले प्यारे बन्दगी
अपनी झूठी शान में तू मर जायेगा
खाली हाथ आया है तू खाली जाएगा।
अपनों को छोड़ तू स्वार्थी बना है
लालच के रथ का सारथी बना है
अपने घमंड को बढ़ाया हैं तूने
दूसरों को नीचा दिखाया है तूने।
पैसों को लेके क्या साथ जाएगा
पैसा वहाँ क्या तेरे काम आएगा
खाली हाथ---
नेकियां तेरी तुझे काम आएगी
साथ नही कोई मोटरकार जाएगी।
दूसरों का दिल गर तू दुखायेगा
खुद भी चैन नहीं कभी पायेगा
पैसों के लालच में मर जायेगा
बोयेगा अनार नहीं आम पायेगा।
खाली हाथ--
सिकन्दर गया शददाद गया हैं
पोरस गया और शाद गया हैं
कब्र में कौन गया लेके जागीर
खुश वही रहा जिसके पास रहा धीर।
ले ले दुआएँ तुझे चैन आएगा।