कभी ना हार मानो
कभी ना हार मानो
रास्ते कितने भी कठिन हों,
हिम्मत कभी न हारना,
सपनों की उड़ान भरते रहो,
हर मुश्किल से तुम टकराना।
आंधियों में भी जलते रहो,
दीपक बनकर रौशनी फैलाना,
जो डटकर खड़ा हो तूफानों में,
वही मंजिल को पा जाता है।
हार-जीत तो खेल है जीवन का,
हर पल को खुशी से जीना है,
रखो भरोसा अपने इरादों पर,
हर हाल में आगे बढ़ते रहना है।
रुकावटें होंगी रास्ते में हजार,
पर हौसलों से जीत जाना,
जो झुक जाए समय के आगे,
वो कभी अपना मुकाम नहीं पाता।
तो उठो, जागो, चल पड़ो,
हर मंजिल तुम्हारे कदमों में होगी,
मेहनत से जो बना ले नाता,
वही सफलता की राह पर चलता है।
