कभी इश्क़ तुम्हें हुआ,कभी हमें
कभी इश्क़ तुम्हें हुआ,कभी हमें
कभी इश्क़ तुम्हें हुआ, कभी इश्क़ हमें हुआ।
इश्क़ करने में भी मतभेद हुआ।।
जब इश्क़ तुम्हें हुआ, तब इश्क़ हमें नहीं हुआ ।
जब इश्क़ हमें हुआ, तब तुमने दूरियां बना लीं ।।
कभी इश्क़ तुम्हें हुआ, कभी इश्क़ हमें हुआ ।
इश्क़ करने में भी मतभेद हुआ ।।
इश्क़ की तुमने ही की थी, शुरुआत ।
तुम्हारी यादों में कटती है, अब पूरी रात ।।
अब तुम बिन अधूरा महसूस करता हूं ।
तुम्हें पाने की चाहत में रातों जागा करता हूं।।
हमें उम्मीद है , तुम मेरे इश्क़ को समझोगी ।
अबकी तुम मेरी नहीं मेरे इश्क़ की दीवानी बनोगी ।।