कौन मेरा अपना है ?
कौन मेरा अपना है ?
कौन मेरा अपना है ?
क्या, जीवन एक सपना है
जहाँ रिश्तों का नाम जपना है
जानना है मुझे कि
कौन मेरा अपना है ?
माँ ने जन्म दिया
बाबा ने पाला है
भाई -बहन के स्नेह से सिंचित
दादी के आशीर्वचनों ने आगे बढ़ाया
जीवन का सफ़र अपनों के साथ
आगे बढ़ नए पायदान चढ़ता रहा
हमसफ़र मेरे हमकदम से जब जुड़े हम
जीवन को नयी पहचान मिली और पूर्ण हुए हम
माता -पिता का स्वरूप धरा और अपने बच्चों के साथ
इस सफ़र में आगे हुए हम
मान, सम्मान और पहचान को साथ लिए
सफ़र के कारवां को आगे लिए चले हम
फिर भी सवाल है कि
कौन मेरा अपना है?
क्या जीवन एक सपना है !
या कोई पहेली है या कोई
रंगीली सी मेरे सपने की अठखेली है
सवाल का जवाब सवाल नहीं होता
शायद हर सवाल का भी कोई जवाब नहीं होता
फिर भी मेरा सवाल है
कौन मेरा अपना है ?????