STORYMIRROR

Minakshi Prakash

Abstract

3  

Minakshi Prakash

Abstract

चाय की प्याली

चाय की प्याली

1 min
8

सुबह की चाय 

के साथ 

अपनों से बात 

सुकून की चुस्की 

और दिनभर की चर्चा 

मे साथ चलने की शुरुवात 

कभी सोचा है 

इस पल का अहसास 

ये पल है 

बहुत खास 




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract