जय हो, जय हो, पधारे हैं घर मोहे ऋतुराज। जय हो, जय हो, पधारे हैं घर मोहे ऋतुराज।
जीवन का सफ़र अपनों के साथ आगे बढ़ नए पायदान चढ़ता रहा जीवन का सफ़र अपनों के साथ आगे बढ़ नए पायदान चढ़ता रहा