काश उन्हें भी .....
काश उन्हें भी .....
महरूम ना रहते उस कशिश से और जीना भी सवर जाता,
काश उन्हें भी हमसे प्यार हो जाता।
रिमझिम बारिश दिल को तड़पाती,
ठंडी हवा मन को बेकरार करती,
उनकी याद होंठों पे मुस्कान लाती,
लेकिन आँखें आँसुओं से नम हो जाती।
तनहाई हमसे गुफ़्तगू करती,
हमारे जज्बातों की कदर करती,
उनको हमसफ़र बनाने में,
साथ निभाने का वादा करती।
दिल हमेशा उन्हें ही पुकारता,
अफसोस कोई जवाब ही ना आता,
बेमालूम उन्हें कोई ये बता पाता,
उनसे हमारा क्या है नाता।
करीम अगर खुदा हो जाता,
रूमानी हर लम्हा हो जाता,
दिलकश सारा आलम हो जाता,
काश उन्हें भी हमसे प्यार हो जाता।