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Ms. Nikita

Abstract

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Ms. Nikita

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काग़ज़ी जीवन

काग़ज़ी जीवन

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जीवन ज़रा काग़ज़ी है मेरा

इसने भी काफी

दागों को संजो कर रखा है

जीवन ज़रा काग़ज़ी है मेरा

इसकी ईकाई इश्क़ है

वो काग़ज़ी बताशे

वो काग़ज़ी नौका

वो काग़ज़ी फूल

वो काग़ज़ी उत्साह

वो काग़ज़ी जहाज़

वो काग़ज़ी बचपन

और वो काग़ज़ी मोहब्बत

अमानत है इसकी

इसलिए

जीवन ज़रा काग़ज़ी है मेरा॥

मेरी खुशी इसी में

मेरी उन्नति इसी में

मेरी आशा है ये

मेरी अभिलाषा है ये

ये काग़ज़ ही

जीवन की पताका

है मेरी

मेरी लेखनी का

सहायक है काग़ज़

मेरा प्रेम का

बलाबल है काग़ज़

इसी के संबोधन

के कारण

जीवन ज़रा काग़ज़ी है मेरा॥



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