काग़ज़ की किश्ती से समन्दर
काग़ज़ की किश्ती से समन्दर
काग़ज की किश्ती से समन्दर पार नहीं होते,
झूठ बोलने वाले कभी वफादार नहीं होते।
अगर उसने वाकई दिल से भुला दिया होता,
तो उसकी नजरों में इन्तजार नहीं होते।
तुम हमारे लिये बहुत जरुरी नहीं होते,
तो हम तुम्हारे तलबगार नहीं होते।
समय सबसे बड़़ा खिलाड़ी खेल दिखाये,
समय के सामनेे कोई सरकार नहीं होते।