जय परशुराम
जय परशुराम
जय परशुराम जय परशु के राम
विष्णु के छठे अवतार हो तुम
अक्षय तृतीया के मानवतार हो तुम
जय परशुराम जय परशु के राम
शास्त्र -शस्त्र के प्रकांड विद्वान,
सतयुग- त्रेता युग में रहे विख्यात,
कलयुग के अमर प्राण हो तुम
जय परशुराम जय परशु के राम
भृगुवंशी जमदग्नि के पुत्र ,
रेणुका की पंचम संतान हो तुम
ब्राह्मण कुल में जन्में,
फरसे की पहचान हो तुम
२१बार धरती क्षत्रिय विहीन की
क्षत्रियों की तानाशाही हीन की
जय परशुराम जय परशु के राम
महेंद्रगिरी है वास तेरा
सन्यासी योद्धा अद्भुत मान तेरा
जीवन में ओज भरते हो
जन का कल्याण करते हो
जन- जन गायें नाम तेरा।
