जुदाई
जुदाई
तकदीर तो है मेरी ,लेकीन तेरी कमी है
तू है दूर मुझसे ,आंख में आज नमी है,
दर्द अब सहा नहीं जाता आंखे बह रहीं
क्या तुझे मेरी आज कल वैसी ही याद आ रही है।
तकदीर तो है मेरी ,लेकीन तेरी कमी है
तू है दूर मुझसे ,आंख में आज नमी है,
दर्द अब सहा नहीं जाता आंखे बह रहीं
क्या तुझे मेरी आज कल वैसी ही याद आ रही है।