ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी उसी को गले लगाती जो मुस्कुराना जानता है,
जीवन उसी के लिए संगीत है जो गुनगुनाना जानता है,
परिस्थितियांँ तो कई आएंगी कभी सुख तो कभी दुख,
सुखी वही है जो समय पर खुद को बदलना जानता है,
आजमाएगी भी ये ज़िंदगी कई बार कड़े इम्तिहानो से,
पर उत्तीर्ण तो वो होगा जो संघर्षों से लड़ना जानता है,
लड़खड़ाएंगे कई बार कदम कांँटों पे भी चलना होगा,
किंतु जीत उसी की होती जो हर दर्द सहना जानता है,
बेशुमार ख़्वाब होंगे गर तो टूटने का मंजर भी आएगा,
ख़्वाब तो उसी के पूरे होते हैं जो कर्म करना जानता है,
कई रंग ज़िंदगी के, कई रूप, कभी छांँव तो कभी धूप,
ज़िंदगी तरंग उसके लिए जो हर रंग समेटना जानता है,
वास्तव में उसी को तो आजमाया करती है यह ज़िंदगी,
जो स्वयं पर दृढ़ विश्वास और हौसला रखना जानता है।