जिंदगी
जिंदगी


दुःख की कोई परिभाषा नहीं होती,
गरीब बनने की किसी की अभिलाषा नहीं होती,
गरीब पैसों से हो वो किस्मत की बात है,
दिल के गरीबों से कोई आशा नहीं होती,
खुश रहते है सड़क पे सोने वाले,
महलो में सोकर भी खुश नहीं होने
वालों से कोई उम्मीद नहीं होती,
खुश रहा करे जीवन में,
सुख-दुःख सब जीवन का चक्रव्यूह
है जनाब,
अंधेरे का आना उस बात का भी तो
संदेश है कि सूरज कल फिर निकलेगा,
ख़ुशियाँ कल फिर दस्तक देगी,
उम्मीद के आसन पर बैठने वालों
की कभी हार नहीं होती,
भरोसे का दीप बस जलाये रखिये दोस्त,
समय का तख्ता कल फिर बदलेगा,
सपनों की वो सीढ़ियाँ फिर चढ़ेंगे,
जिंदगी का बस यही एक ज्ञान है,
इस पे चलने वालो की किस्मत में
कभी खराबी नहीं होती...