जिंदगी रुख़ बदलती है
जिंदगी रुख़ बदलती है
जिंदगी हवा की तरह रुख बदल लेती है,
रुख जिस दिशा में हो उसी ओर चल देती है l
मन की दशा भी शांत नहीं रहने देती है,
जिस दिशा में हैं उसके विपरीत चल देती है l
मन जहाँ विचलित होने लगता है,
जिंदगी वहीं अपना रुख बदल लेती है l
हम जहां उसे ले जाना चाहते हैं,
जिंदगी अपना रास्ता वहीं मोड़ देती है l
