भावना कुकरेती

Abstract

4.8  

भावना कुकरेती

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जिंदगी का कैनवास

जिंदगी का कैनवास

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जहां क्षितिज पर 

नभ-धरा मिलते से दिखते हैं

पर वास्तविकता की 

एक महीन रंग की

धारी कैनवास पर बनी रहती है।


नजरअंदाज करते हैं 

उसे कुछ लोग

कुछ उसे ही देखते हैं

कुछ खो जाते है क्षितिज की

मरीचिका में।


ये फर्क भी 

बाकी नहीं रह जाता लोगों में

जब बदल देता है समय कैनवास

पल भर में 

आंखों के सामने।


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