Shailaja Bhattad
Inspirational
जिज्ञासु हूं।
ज्ञान चक्षु को लालायित हूं।
ओजस्विनी बन।
तिमिर हटाने को अभिलाषित हूं।
हे प्रभु
जय जय श्रीराम...
राम- भरत
श्री राम- भरत
हिन्दी नारे
श्रीराम
होली है
फूलों की होली
कान्हा होली म...
होली
हम लड़के है जनाब, हम सही कहाँ होते हैं कभी।। हम लड़के है जनाब, हम सही कहाँ होते हैं कभी।।
रखवाले मेरे वतन के है कैसी तेरी कहानी। प्रेम देश से जीवनभर करते उत्कट बलिदानी ।। रखवाले मेरे वतन के है कैसी तेरी कहानी। प्रेम देश से जीवनभर करते उत्कट बलिदानी...
वतन से बगावत की जो बात करे उससे बुरा कोई नहीं, वतन से बगावत की जो बात करे उससे बुरा कोई नहीं,
ढाई अक्षर का ये बंधन निभाना है पूरा जीवन। ढाई अक्षर का ये बंधन निभाना है पूरा जीवन।
देवों के देव,महादेव की जय हो , हम सभी के, कष्टों का क्षय हो... देवों के देव,महादेव की जय हो , हम सभी के, कष्टों का क्षय हो...
उसके हुक्म में रहना सीखो उसकी रज़ा में राज़ी रहो। उसके हुक्म में रहना सीखो उसकी रज़ा में राज़ी रहो।
आलोचक से मत घबराना, मौका देकर भूल सुधार कराना। आलोचक से मत घबराना, मौका देकर भूल सुधार कराना।
वैसे ही आज भी प्रतीक्षारत मैं खोजती सी मानो छोड़ आए तुम्हें पुनः मिलन को वैसे ही आज भी प्रतीक्षारत मैं खोजती सी मानो छोड़ आए तुम्हें पुनः मिलन को
उर में लिए अनगिनत प्रश्नों का दबाव ; हुआ विदिर्ण अब मानव स्वभाव ! उर में लिए अनगिनत प्रश्नों का दबाव ; हुआ विदिर्ण अब मानव स्वभाव !
प्रश्न चिन्ह एक बना है मौन, इस दुनियां में अपना कौन? प्रश्न चिन्ह एक बना है मौन, इस दुनियां में अपना कौन?
मेरे बेटे कमर कस ले अब तुझको सीमा पर आना है.... मेरे बेटे कमर कस ले अब तुझको सीमा पर आना है....
शिव जी ही सुन्दरम हैं और सत्यम भी ; शिव जी ही हैं जीवन का लक्ष्य परम भी ! शिव जी ही सुन्दरम हैं और सत्यम भी ; शिव जी ही हैं जीवन का लक्ष्य परम भी !
हमारी खुशियों का कर्ज वो जीवन भर चुकाते है हमारी खुशियों का कर्ज वो जीवन भर चुकाते है
अकेले होकर तुम उदास होते हो, कौन मनाता है जो नाराज होते हो? अकेले होकर तुम उदास होते हो, कौन मनाता है जो नाराज होते हो?
लोकतंत्र की गंगा बहाने वाला गणतंत्र दिवस फिर आया। लोकतंत्र की गंगा बहाने वाला गणतंत्र दिवस फिर आया।
किसान हमारे अन्नदाता जिसके सँग सभी का नाता है। किसान हमारे अन्नदाता जिसके सँग सभी का नाता है।
अगर एक पेड़ लता का सहारा बन सकता है तो मुझे सहानुभूति तक क्यों नहीं दे पाता कोई अगर एक पेड़ लता का सहारा बन सकता है तो मुझे सहानुभूति तक क्यों नहीं दे पाता क...
जाने कितनी तरह के ये अश्कों के मोती, अपनी कहानी सुनाते हुए मन को भेदते हैं !! जाने कितनी तरह के ये अश्कों के मोती, अपनी कहानी सुनाते हुए मन को भेदते हैं !!
विकार के होते पांच बच्चे सभी मचलकर संघर्ष करते। विकार के होते पांच बच्चे सभी मचलकर संघर्ष करते।
सुग्रीव को राज दिलवाया, प्रभु कृपा बाली ने मोक्ष पाया, सुग्रीव को राज दिलवाया, प्रभु कृपा बाली ने मोक्ष पाया,