Shailaja Bhattad
Inspirational
जिज्ञासु हूं।
ज्ञान चक्षु को लालायित हूं।
ओजस्विनी बन।
तिमिर हटाने को अभिलाषित हूं।
श्री राम
भक्त वत्सल रा...
बसंत पंचमी-1
वसंत पंचमी
हरिधुन
जय श्री राम
रघुनंदन
जयसियाराम 1
राम विधाता
विध्वंस होते इन्हें देर न लगेगी, कल इन्हीं आवाज़ों में तेरी वाहवाही गूँजेगी। विध्वंस होते इन्हें देर न लगेगी, कल इन्हीं आवाज़ों में तेरी वाहवाही गूँजेगी।
मां की ममता बड़ी बेमिसाल होती, मां की ममता इस दुनिया में अतुलनीय होती। मां की ममता बड़ी बेमिसाल होती, मां की ममता इस दुनिया में अतुलनीय होती।
लगता है मिल गई खुशी -उन्हें ऐसी है यह –मेरी माँ। लगता है मिल गई खुशी -उन्हें ऐसी है यह –मेरी माँ।
तुमसे रूबरू होते हैं तो अजीब सा होता है। तुमसे रूबरू होते हैं तो अजीब सा होता है।
नित्य वंदना करें मात की, यह सौभाग्य रहे हमारा!! नित्य वंदना करें मात की, यह सौभाग्य रहे हमारा!!
कुदरत तेरी महिमा अपरम्पार करूँ प्रणाम तुझे मैं बारम्बार। कुदरत तेरी महिमा अपरम्पार करूँ प्रणाम तुझे मैं बारम्बार।
महामारी के इस काल में, क्या-क्या नहीं है झेला । महामारी के इस काल में, क्या-क्या नहीं है झेला ।
भोली सी प्यारी सी सूरत है उसकी इस जहां से निराली सीरत है उसकी। भोली सी प्यारी सी सूरत है उसकी इस जहां से निराली सीरत है उसकी।
यूं बारिश होने लगती है तब चिड़ियों की शादी होने वाली है यूं बारिश होने लगती है तब चिड़ियों की शादी होने वाली है
मेरी जुबां का पहला स्वर है माँ मेरी लिखावट का पहला अक्षर है माँ। मेरी जुबां का पहला स्वर है माँ मेरी लिखावट का पहला अक्षर है माँ।
ऋद्धि सिद्धि सुख सम्पति आती, हो जाता सुखमय हर क्षण।। ऋद्धि सिद्धि सुख सम्पति आती, हो जाता सुखमय हर क्षण।।
आओ पृथ्वी को हरा-भरा बनाएं, जगह-जगह पेड़ उगाएं। आओ पृथ्वी को हरा-भरा बनाएं, जगह-जगह पेड़ उगाएं।
दिल पे पड़े बोझ को, कुछ वक्त के लिए, इधर- उधर कर दे दिल पे पड़े बोझ को, कुछ वक्त के लिए, इधर- उधर कर दे
माँ के कदमों से बढ़कर कोई जन्नत नहीं, साथ रहे ममता का इससे बड़ी मन्नत नहीं। माँ के कदमों से बढ़कर कोई जन्नत नहीं, साथ रहे ममता का इससे बड़ी मन्नत नहीं।
पेड़ -पौधे लगाकर हमें इसे हटाना है उस कहर से इस धरा को हमें बचाना है I पेड़ -पौधे लगाकर हमें इसे हटाना है उस कहर से इस धरा को हमें बचाना है I
मां बिन संसार रचना सोची न जाये एक मां की ममता मापी न जाये मां बिन संसार रचना सोची न जाये एक मां की ममता मापी न जाये
वृक्ष लगा रक्षण पोषण कर प्रकृति का करिए श्रृंगार।। वृक्ष लगा रक्षण पोषण कर प्रकृति का करिए श्रृंगार।।
ममता की छांव तले ही, पहला कदम वो अपना रखता ममता की छांव तले ही, पहला कदम वो अपना रखता
नई सोच, नई उमंग और नए जोश के साथ जीवन में मस्त रहो ,रहो एक दूजे के पास। नई सोच, नई उमंग और नए जोश के साथ जीवन में मस्त रहो ,रहो एक दूजे के पास।