जीवन-मंत्र
जीवन-मंत्र
जीवन बहुत छोटा है, उसे अच्छे से जिएं।
बिना मतलब की बातों में इसे व्यर्थ न गवाएँ।।
क्रोध बहुत खराब है, उसे दबा कर रखें।
भय बहुत भयानक है, उसका सामना करें।।
प्रेम दुर्लभ है, उसे दिल से पकड़ कर रखें।
स्मृतियां बहुत सुखद हैं, उन्हें संजो कर रखें।।
डोरी कच्ची है जीवन की कर लें अच्छे कर्म।
अंतस के दर्पण में प्राणी रख ले थोड़ा मर्म।।
सर्वोच्च गगन से सुदूर धरा तक प्रभु के हाथ लगाम।
होगा सारे पाप-पुण्य का लेखा सत्य यही पहचान।।
राग-द्वेष को छोड़ जपें हम निशदिन प्रभु का नाम।
मानवता की ज्योत जलाकर कर लें अच्छे काम।।
