जीवन में खुश रहे बेटियाँ
जीवन में खुश रहे बेटियाँ
नहीं रहे जीवन में शूल,
हर पथ पर रहे जो बिखरे फूल।
जीवन मेें खुशियों का पल हो,
मिले वह आँँगन बहारों सा वो।
वह स्वप्न वह राह,
वह दुनियाभर में खुश रहे बेटियों की चाह।
वह दिल का टुकड़़ा बनकर,
वह पुष्प खुशी के बिखेरकर।
सत्कर्म की राह पर चलकर,
अच्छाई पा जाती हर।
वह जीवन मेेें है कुुछ खास,
दर्पण में खुशियों का प्रतिबिंब हो पास।
गमों को मुुुुस्कान मेें बदलकर,
जिंदगी की राह पर चलकर।
अपनी आत्मशक्ति को पहचानकर,
जीवन अच्छाई के साथ सँवारकर।
शांति के उस असीम जीवन में,
हृृदय की कोमलता के साथ में।
आशाएँ अपनी जीवित रखकर,
हमेशा बढ़कर पथ पर,
सच्चाई से जीवन जीकर।
वह सुनहरा पल जीकर,
वह सलोना पल जीकर।
