नहीं रहे जीवन में शूल, हर पथ पर रहे जो बिखरे फूल। नहीं रहे जीवन में शूल, हर पथ पर रहे जो बिखरे फूल।
मत सोचिए संसार में, सब लोग क्या कहेंगे मत सोचिए संसार में, सब लोग क्या कहेंगे
"नीरज" को अब ठौर न कोई, तुम बिन अब कुछ न सहाता।। "नीरज" को अब ठौर न कोई, तुम बिन अब कुछ न सहाता।।
पथ पर बिखरे पुष्प प्रेम के मानवता की बगिया हो आपस में भाईचारा हो दिल में क्यों तकरार हो रहा। पथ पर बिखरे पुष्प प्रेम के मानवता की बगिया हो आपस में भाईचारा हो दिल में क्यो...