जीवन और अल्लादीन का चिराग
जीवन और अल्लादीन का चिराग
जीवन में चमत्कार का शायद ही आता कोई पल पर हर जीवन याथार्त सत्यार्थ पल पल।।
जीवन आवश्यकता आविष्कार की जननी जीवन मे शायद ही मिल जाए अलादीन का चिराग असंभव।।
असंभव को संभव कर पाना शायद नीति नियत की चुनौती जीवन संग्राम चुनौतियों का पथ पलपल।।
कठिन चुनौतियों से लड़ता मुस्कान शात्र शत्र ज्ञान अनुभव ही अलादीन चिराग कठिन चुनौती का सम्बल।।
आंधेरो में परम प्रकाश चकाचौंध जीवन जादू खेल नही जीवन में विश्राम का नाम नही जीवन तो पुरुषार्थ परिश्रम।।
जीवन की दुःस्वरी दर्द में पुरुषार्थ पराक्रम साहस शक्तिसे ही मिल जाता परिणाम आश्चर्य जनक ।।कहता कोई जादू अलादीन का चिराग कोई शक्ति साहस का प्रतिफल।।
लड़ता रहता मानव अपने अपने उद्देश्यों के युद्ध निरंतर जय पराजय स्वादों से निखर प्रखर होता मानवपल प्रति पल।।
भाग्य भगवान भी मानव मानवता के कर्म धर्म से धन्य अलादीन के चिराग सा आलोकित युग मर्म मनोहर पल पल।।
आश्चर्य चकित हो जाता युग काल समय युग मानव महात्म्य के पुरुषार्थ से होता जब असंभव से संभव सच।।
अलादीन का चिराग खुद बन जाता मानव चमत्कार का सत्कार युग मे चर्चा के मानव की जय जय कार।।
