STORYMIRROR

Kamaldeep Kaur

Inspirational

4  

Kamaldeep Kaur

Inspirational

जीना सिखा रही है जिन्दगी।

जीना सिखा रही है जिन्दगी।

1 min
369



जिन्दगी जीना सिखा रही है,

जीना सिखा रही है जिन्दगी।

हंसते और गाते चलते रहना बता रही है जिंदगी ,

गम तो बहुत से आते हैं पर हर पल आगे बढ़ते रहना बता रही है जिंदगी।

कोई बिछड़ा कोई मिला, कुछ खोया कुछ पाया,

हर पल एक नया तराना सिखा रही है जिंदगी।

जिन्दगी जीना सिखा रही है,

जीना सिखा रही है जिन्दगी।

फूलों के संग कांटे भी हैं,

जीत के साथ हार भी है,

सफलता और असफलता के पहलू सिखा रही है जिंदगी।

जिन्दगी जीना सिखा रही है,

जीना सिखा रही है जिन्दगी।

कभी गिरता कभी उठता ,

पगडंडी पर चलता,

सामने है मंजिल बस राहें हैं थोड़ी मुश्किल,

लड़ना सिखा रही है जिन्दगी।

सांसे आती जाती हैं,

हर दिन नया खेल दिखा रही है जिंदगी।

हार के कभी रुकना नहीं, थक कर कभी झुकना नहीं,

आएंगी बहुत सी मुश्किलें लेकिन कभी तू डरना नहीं,

हर इम्तिहान का सामना करना सिखा रही है जिंदगी

जिंदगी जीना सिखा रही है।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational