झुर्रियाँ
झुर्रियाँ
चेहरे की झुर्रियॉं और अदीप्त आँखें
बयाँ करने लगती हैं किसी की भी चिंता को
जब तलक यह झुर्रियाँ गहरी नहीं हो जाती
तबतलक किसी को नज़र नहीं आती।।
देह का थोड़ा सा मुर्झापन दर्शाने लगता हेै
विशेष मौसन में विशेष देखभाल बतलाने लगता है।
उम्र का पड़ाव जब ऊँचाईयों को छूने लगता है
तब शरीर बचपने की ओर लौटने लगता हेै।
इस चढ़ते और लौटते के दौर को ही
बुढ़ापा कहा जाता है,
जो एक बार आने पर फिर अकेला नहीं लौटता हैं
फिर नहीं लौटता है।।