जग में क़ाबिल बनाया है
जग में क़ाबिल बनाया है
धन्यवाद मेरे माता पिता और मेरे गुरु
शीर्षक: जग में क़ाबिल बनाया है
अपने माता पिता और मेरे गुरुजनों को,
मैं शिक्षक दिवस पर दिल से प्रणाम करती हूं।
उनकी मेहनत व अनगिनत एहसानों का,
मैं आज दिल से बेहद ही वंदन करती हूं।
उन सभी ने ही मेरे इस जीवन को,
ज्ञान की रोशनी से रौशन किया है।
अपने ज्ञान के भंडार से मुझको भी,
ढेर सा ज्ञान उन्होंने ही तो दिया है।
अपनी मातृभाषा और विभिन्न भाषाओं से,
परिचित उन्होंने ही तो मुझे कराया है,
विभिन्न विषयों का ज्ञान मुझको देकर,
आज जग में काबिल मुझको बनाया है।
सद्गुणों से भरी बेहद कठिन राह पर,
चलने का पाठ उन्होंने मुझे पढ़ाया है।
हर परिस्थिति से लड़ने व सदा मुस्कुराने का,
हुनर उन्होंने ही मुझको सिखाया है।
देशभक्ति, भाईचारे व एकता की भावना मन में जगाकर,
एक कर्तव्यनिष्ठ देशभक्त उन्होंने मुझे बनाया है,
सच्चाई व ईमानदारी की मन में ज्योति जगाकर,
एक नेक नागरिक उन्होंने ही मुझे बनाया है।