जग झूठा यार नहीं,
जग झूठा यार नहीं,
जग झूठा यार नहीं,
तेरी चाहत में कुछ खास नहीं,
छोड़ चले सब एक एक,
जब उनका स्वार्थ छूटा,
में वही वौसा ही खड़ा।
जग झूठा यार नहीं,
तेरी चाहत में कुछ खास नहीं,
छोड़ चले सब एक एक,
जब उनका स्वार्थ छूटा,
में वही वौसा ही खड़ा।