जब शिक्षा की अलख जगेगी
जब शिक्षा की अलख जगेगी
जैसे कोई फूल खिला हो क्यारी में,
महक बिखर जाती सारी फुलवारी में।
जैसे एक दिया भी रौशन कर देता है,
राह सूझ जाती है तब अंधियारी में।
वैसे ही परिवार पढ़ेगा आगे बढ़ेगा,
जब शिक्षा की अलख जगेगी नारी में।
जैसे कोई फूल खिला हो क्यारी में,
महक बिखर जाती सारी फुलवारी में।
जैसे एक दिया भी रौशन कर देता है,
राह सूझ जाती है तब अंधियारी में।
वैसे ही परिवार पढ़ेगा आगे बढ़ेगा,
जब शिक्षा की अलख जगेगी नारी में।