जब से किया है प्यार
जब से किया है प्यार
जब से किया है प्यार गज़ब की उलझन हो गयी,
खुशियाँ हमारी ना जाने कहाँ सब दफ़न हो गयी,
जिसकी खातिर हमने बैर लिया था सारे जहाँ से,
वो दिलरुबा ही अब हमारी दुश्मन हो गयी।
सोचा था उसका बनुगा मैं साथ उसका निभाऊँगा,
उसके ही वास्ते मैं कुछ भी कर गुज़र जाऊँगा,
सब कुछ भूल कर भी सिर्फ उसको ही चाहूँगा,
सिर्फ उसकी चाहत ही जिंदगी की चुभन हो गई,
जिसकी खातिर हमने वैर लिया था सारे जहाँ से,
वो दिलरुबा ही अब हमारी दुश्मन हो गयी।
सिर्फ उसको देखा करता था और मेरा कोई काम नहीं था,
हर दिन हर पल उसका चर्चा था होठों पे और कोई नाम नहीं था,
खुद से ज्यादा उसको चाहा था और उसे देखे बिन आराम नहीं था,
वो ही अब हमको छोड़ कर किसी और की जानेमन हो गयी,
जिसकी खातिर हमने वैर लिया था सारे जहाँ से,
वो दिलरुबा ही अब हमारी दुश्मन हो गयी।
साथ रहती थे कभी साथ ही घुमा करते थे,
अक्सर ही एक दूसरे के हाथों को चूमा करते थे,
कभी हम दोनों ही एक दूसरे से बिछड़ने से डरते थे,
वो लड़की ही हमें छोड़कर दूसरे में मगन हो गयी,
जिसकी खातिर हमने बैर लिया था सारे जहाँ से,
वो दिलरुबा ही अब हमारी दुश्मन हो गयी।

