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नूपुर Noopur शांडिल्य Shandilya

Abstract

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नूपुर Noopur शांडिल्य Shandilya

Abstract

जागो ! जागो !

जागो ! जागो !

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जागो जागो !

मेरे मन में सोए 

देव जागो !


अब विलंब ना करो !

जगत के क्लेश हरो !

अंतर्द्वंद से मुक्त करो !


गिरिधर कर वंशी धरो ।

पांचाली का आँचल बनो ।

चरणों में शरण दो ।


जागो जागो !

मेरे मन में सोए 

देव जागो !


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