इस नज़र को।
इस नज़र को।
इस नज़र को उदास बिछड़न में डूब जाना चाहिए,
इस लंबे और डूबते विछोह में बचा लेना चाहिए।
जीने को अब दु:ख-दर्द ग़म की आदत डाल दीजिए,
तन्हाइयों में जीवन बिताने की आदत डाल दीजिए।
प्यार किया तो प्यार करने की सज़ा मिलनी चाहिए,
वो बेवफ़ा निकली तो प्यार की सज़ा मिलनी चाहिए।
एहसास अपनेपन का भी तो प्यार में होना चाहिए,
एहसास बिछड़ने का सिर्फ़ क्या हमें होना चाहिए।
सच्चा प्यार किया तो गुनाह है तो सज़ा हमको चाहिए,
प्रेम में वफ़ा नहीं धोखा दग़ा हर नारी को देना चाहिए।

