STORYMIRROR

प्रवीण कुमार शर्मा

Romance Tragedy

4  

प्रवीण कुमार शर्मा

Romance Tragedy

इस कदर वो हमसे....

इस कदर वो हमसे....

1 min
262

इस कदर वो हमसे रूठे हैं सनम

क्या बताएं तुम्हें ओ रहगुजर!

इस कदर.......

लाख कोशिश में समय ख़फाया सनम

फिर भी वो इठलाते रहे बेरहम..

इस कदर.....

उनको मनाने में मर भी जाएं अगर

तो वो भी लगेगा उनको कम

इस कदर.....

हमने तो प्यार में बढ़ा लिया कदम

अब चाहे जीतें या हार जाएं हम

इस कदर......



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance