इंसान अकेला ही अच्छा है
इंसान अकेला ही अच्छा है
जिंदगी एक संघर्ष है
सुबह से रात तक संघर्ष ही संघर्ष है
कभी कोइ दिन अच्छे होते हैं
तो कोइ दिन बुरे
जिंदगी हर मोड़ पर परीक्षा लेती है
इंसान अकेला आता है और अकेला ही जाता है
इंसान को अपनी जंग खुद ही लड़नी पड़ती है
कभी कोइ साथ देता है तोह कभी कोइ नही
इंसान अकेला ही अच्छा है
किसी से उम्मीद लगाना
फिर उसे टूटते हुए देखना
उसे अच्छा अकेला ही रेहना है
इस मतलबी दुनिया मे कोइ किसी का नही होता
जिंदगी मे खुद ही सब काम करना पड़ती है
इस लिए साथी ढूंढ़ने से अच्छा
अपने अन्दर काबिलियत ढूँढ़ो
क्युकी यह सहारे कितने भी अच्छे हो
वक़्त आने पर बदल ही जाते है
और छोड़ कर चले जाते है
अपने आप को तलाशो
अपने सपनो को पुरा करने के लिए मेहनत करो
अकेले रहो मस्त रहो क्योंकि
इंसान अकेला ही अच्छा है।