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Brijlala Rohanअन्वेषी

Inspirational

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Brijlala Rohanअन्वेषी

Inspirational

इनका हक भी मायने रखता है

इनका हक भी मायने रखता है

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'विकासपुरूष' से हिम्मत देने की गुहार करता वह बालक ,

व्यवस्था की सच्चाई का  कहता कितना करूण कहानी है !

दावे और दारूण वास्तविकता की तस्वीर पेश करने वाला वो बालक ऐसे ही अनगिनत गुमनाम आवाज़ों की जुबानी है ।

बेखौफ, निडर वो बालक है 

वाकपटुता में भी वो धीर - भीर- गंभीर है।

निर्भीकता का चोला पहने ,

अपनी बात खुलकर रखने में वो नि: संकोच ही सचमुच वीर है ।

व्यवस्था को आईना दिखाने के लिए क्या इतना नहीं काफी है !

बहरी कानों तक आवाज़ पहुँचाने के लिए क्या अब भी कुछ बाकी है !

वह और कुछ माँग न रहा , वह अधिकार ही तो अपना माँगा है !

शिक्षा के प्राप्ति के प्रति मसाल जलाने वाला वो बालक क्रांति का अग्रदूत है !

व्यवस्था के लाचारियों से त्रस्त , तल्ख सच्चाई कहता वो बालक सच में परिवर्तन का संदेशदूत है !

न सिर्फ अपनी समस्या कहता उसके पास समाधान के उपायों की बात भी बेबाकी है !

ये तो बस शुरुआत है उसकी कुछ कर गुजरने का जज्बा उसमें काफी है ।

धन्य हैं वो माँ-बाप जो 'सोनू ' जैसे होनहार सपूत को जन्म दिया ।

और धन्य है वो बालक भी जो आयु की सीमा से परे अपनी सोच को सीमाहीन अनंत करने का प्रण किया ।।



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