इन मौत के सौदागरों को मारो
इन मौत के सौदागरों को मारो
प्रस्तावना
ईश्वर की बनाई इस दुनिया में जीवन और मृत्यु दोनों चलते ही रहते हैं अगर मृत्यु स्वाभाविक ढंग से आवे तो कोई चिंता की बात नहीं क्योंकि वह तो स्वाभाविक है भगवान की मर्जी है कि वह हमारी जिंदगी कितनी लंबी रखते हैं मगर जब यह मौत के सौदागरों द्वारा धीरे-धीरे लोगों को व्यसनी बनाकर मौत की तरफ ले जाती है तो बहुत दुख होता है बहुत तकलीफ होता है मगर क्या है सबको अपना लाभ चाहिए इसके विरुद्ध बोलने वाले भी कम होते हैं और सुनने वाले तो और भी कम होते हैं। यह देखा सुना और पर का मामला है इस पर मैं पहले भी एक कहानी लिख चुकी हूं तो चलिए आज मेरी आवाज आप सुन लीजिए क्या आप भी मेरे साथ सहमत हैं समीक्षा देकर जरूर बताइए।
इसीलिए विमला की आवाज
यह गुटका तंबाकू शराब बेचने वाले ड्रग्स बेचने वाले।
ऐसे मौत के सौदागरों को मारो।
ऐसे दुश्मनों को मारो।
जो हमारे युवा पीढ़ी को है गुमराह करते।
ऐसे लोगों को हटा दो, हटा दो ।
जब तक है लोग खुद ना समझें
यह मौत की सौदा गिरी चलती रहेगी।
हमारी युवा पीढ़ी इसमें उलझती रहेगी ।
अपने आप को बर्बाद करती रहेगी, करती रहेगी।
या तो हटा दो या मिटा दो, मिटा दो ।
कुछ ऐसे तो कानून बना दो ।
की सिगरेट शराब जुआ ड्रग सब बंद हो जाए।
कुछ ऐसी तो सजा बना दो
कि लोग इनके अंदर फंसते हुए डरने लग जाए।
कुछ ऐसा तो करो मेरे यारों की यह मौत के सौदागर खुद ही भाग जाएं।
यह मौत के सौदागर है ,देश के दुश्मन पहचानो इन को मिटा दो मिटा दो।
