हवा चली और रुक गई
हवा चली और रुक गई
हवा चली और रुक गई
आसमान से एक
घनी काली बदली
धरती पे झुकी
और...
बरस गई ।
बॉलकनी में रखे
गमलों के पौधों पे
कुछ कलियां
महक गईं,
किन्तु इन विकसित नगरों
के मकानों में
मिट्टी की खुशबू
नहीं आईं !
